ममता बनर्जी ने गुरुवार को भाजपा पर निशाना साधा

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि धर्म का मतलब केवल बड़े-बड़े धार्मिक उपदेश देना नहीं है। यह पुरुषों को महिलाओं और बहनों का सम्मान करना सिखाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि धर्मों ने भारत को सद्भाव और आपसी भाईचारे के साथ रहना सिखाया, न कि विभाजन करना और शोषण करना। मुख्यमंत्री ने कहा कि रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, गुरु नानक, भगवान बुद्ध, गांधीजी, नेताजी और अन्य लोगों ने सभी लोगों में सद्भावना का भाव भरा था।


हिंदू धर्म ने सभी का खुले हाथों से अभिवादन करना सिखाया


कोलकाता में भारत सेवाश्रम संघ कार्यक्रम में तृणमूल प्रमुख ममता ने कहा कि ‘हम एक अखंड भारत से प्यार करते हैं, न कि एक-दूसरे को विभाजित करते हैं। हमारे यहां कई देवी-देवता हैं और हम सबकी पूजा करते हैं। पुनर्जागरण के काल से स्वतंत्रता आंदोलन तक हिंदू धर्म सार्वभौमिक है।’ उन्होंने कहा, हिंदू धर्म ने सभी का खुले हाथों से अभिवादन करना, संयम रखना और सहनशील बनना सिखाया है।


हमारी ताकत विविधता में एकता है


ममता ने कहा कि देश के कल्याण से ही हमारा कल्याण संभव है। हमारी ताकत विविधता में एकता है। हिंदू धर्म ने हमें सिखाया है कि हम दूसरों के लिए अपने दरवाजे कभी बंद नहीं कर सकते। बता दें कि ममता नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) का विरोध कर रही है। ममता ने कहा कि 2018 में स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक भाषण के 125 साल होने के मौके पर अमेरिका में कार्यक्रम रखा गया था। मैं वहां जाना चाहती थी। मुझे सूचित किया गया कि कुछ कारणों से कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है।